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HAAR MAT MAANO

राहुल एक छोटे से शहर का लड़का था। उसका सपना था कि वह एक बड़ा सॉफ्टवेयर इंजीनियर बने। बचपन से ही उसे कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी में बहुत इंटरेस्ट था। लेकिन घर की आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी। पापा की एक छोटी सी दुकान थी और मम्मी सिलाई का काम करती थीं।

राहुल के दोस्तों के पास अच्छे मोबाइल, लैपटॉप और कोचिंग के लिए पैसे थे। लेकिन उसके पास सिर्फ एक पुराना मोबाइल और सरकारी स्कूल की किताबें थीं। फिर भी राहुल का कॉन्फिडेंस बहुत स्ट्रॉन्ग था।

पहला स्टेप


राहुल के लिए यह लाइन गेम चेंजर बन गई। उसने ठान लिया कि अब चाहे कुछ भी हो, अपना सपना जरूर पूरा करेगा।

रातों की मेहनत

राहुल दिन में स्कूल जाता और रात को दुकान पर पापा की मदद करता। देर रात तक वह YouTube और Free Tutorials से Coding सीखता। HTML, CSS, JavaScript जैसी स्किल्स उसने मोबाइल पर ही सीखी। दोस्तों ने मजाक उड़ाया – “तू मोबाइल पर इंजीनियर बनेगा?” लेकिन राहुल चुपचाप पढ़ाई करता रहा।

पहला रिजेक्शन

क्लास 12th के बाद उसने एक कॉलेज में एडमिशन के लिए अप्लाई किया। लेकिन फीस ज्यादा होने की वजह से उसका एडमिशन नहीं हुआ। राहुल बहुत टूट गया। कुछ दिनों तक उसे लगा कि उसके सपने अब खत्म हो गए।


यह सुनकर राहुल ने अपने आँसू पोंछे और फिर से काम पर लग गया।

नया रास्ता

राहुल ने इंटरनेट पर Freelancing के बारे में पढ़ा। उसने छोटे-छोटे प्रोजेक्ट्स लेना शुरू किया। शुरू में उसे सिर्फ ₹500 – ₹1000 के काम मिलते थे, लेकिन हर काम में उसने अपना 100% दिया। धीरे-धीरे उसका पोर्टफोलियो मजबूत होता गया।

उसके कुछ क्लाइंट्स ने उसे रेफर करना शुरू कर दिया। राहुल अब एक महीने में 15-20 हजार रुपये कमाने लगा।

स्ट्रगल टू सक्सेस

राहुल ने उसी पैसे से एक सेकंड हैंड लैपटॉप खरीदा। यह उसके लिए मील का पत्थर था। अब वह और तेज़ी से सीखने और काम करने लगा। उसने Python, PHP और MySQL सीखकर बड़े प्रोजेक्ट्स भी करने शुरू किए।

वो अब कॉलेज की फीस खुद भरने लायक हो गया। एक साल के अंदर ही उसने अपने सपनों का कॉलेज जॉइन कर लिया।

बड़ा मौका

कॉलेज के फाइनल ईयर में राहुल ने एक स्टार्टअप शुरू किया, जिसमें वह छोटे बिज़नेस के लिए Websites और Apps बनाता था। उसकी मेहनत और क्वालिटी की वजह से उसका स्टार्टअप हिट हो गया। कई इन्वेस्टर्स उससे मिलने लगे।

फिर एक दिन उसकी लाइफ का सबसे बड़ा मौका आया। एक Multinational Company ने राहुल को हाई पैकेज पर जॉब ऑफर दी। यह वही कंपनी थी, जिसके बारे में वह स्कूल में सपना देखता था।

सफलता का राज़


सीख

राहुल की कहानी हमें यह सिखाती है कि –

हालात कितने भी खराब क्यों न हों, मेहनत और धैर्य से सब मुमकिन है।

रिजेक्शन को सीखने का मौका समझो।

शुरुआत छोटी हो सकती है लेकिन अगर आप कंटिन्यू रहो तो रिजल्ट बड़ा मिलेगा।

किसी का मजाक आपकी सक्सेस को नहीं रोक सकता।

इमोशनल मोमेंट



निष्कर्ष

राहुल की कहानी उन सभी के लिए मोटिवेशन है जो सोचते हैं कि हालात खराब हैं या रिसोर्स नहीं हैं। कभी हार मत मानो। आपके सपने सिर्फ आपके नहीं, आपके परिवार, आपकी मेहनत और आपके विश्वास के भी हैं।